Saturday, 9 September 2017

अध्यापकों को ऑनलाइन ही मिला करेगी छुट्टियों की स्वीकृति: शिक्षा मंत्री

अध्यापकों की पदोन्नति नहीं रुकेगी, विभागीय तरक्की समिति की मीटिंग हर छह महीने बाद हुआ करेगी

-अध्यापकों की ज्यादातर माँगों को पूरी करने का दावा, सुझाव मांगे

-कोहाड़ा में मास्टर कैडर यूनियन के सम्मान समारोह में की शिरकत

कोहाड़ा (लुधियाना), 9सितम्बर (Public VIEWS/ Arun Kaushal): पंजाब की शिक्षा एंव उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने कहा है कि शिक्षा विभाग की तरफ से कोशिश की जा रही है कि अध्यापकों की जायज माँगों को तुरंत पूरा किया जाये और इस वर्ग की विभाग से सम्बन्धित सभी मुश्किलों को आसान किया जाये। इसीलिए निर्णय लिया गया है कि अध्यापकों को किसी भी तरह की छुट्टी अथवा अवकाश लेने विभिन्न स्तर पर धक्के ना खाने पड़ें। इसलिए बाकायदा ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया जायेगा, जिस पर छुट्टी अप्लाई होगी और स्वीकृत होगी।

आज यहाँ मास्टर कैडर यूनियन (जिला लुधियाना) की तरफ से रखे गए जिला स्तरीय सम्मान समारोह के अवसर पर अध्यापकों के समारोह को संबोधन करते हुए श्रीमती चौधरी ने कहा कि राज्य के अध्यापक वर्ग पर जहाँ विद्यार्थियों की पढ़ाई की बड़ी जिम्मेदारी है, वहीं उन्हें अपनी जरूरत मुताबिक छुट्टी लेने के लिए भी कई स्तर पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या को कम करने विभाग ने ऑनलाइन पोर्टल बनाने का फैसला किया है, जिससे अध्यापक अपने घर बैठा ही छुट्टी के लिए अप्लाई कर सके और उसे स्वीकृति के लिए अलग -अलग स्तरों पर न जाना पड़े। छुट्टी चाहे किसी भी किस्म की हो, उसकी ऑनलाइन ही स्वीकृति मिल जाया करेगी। 

उन्होंने कहा कि पंजाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सरकार बनने पर विभाग ने अध्यापकों की तरक्कियों का रास्ता खोल दिया है। पिछले समय दौरान जहाँ लंबे समय से रुकी पदोन्नतियां की गई हैं, वहीं यह भी अनिवार्य कर दिया गया है कि विभागीय तरक्की समिति (डी. पी. सी.) की हर छह महीने बाद मीटिंग हुआ करे जिससे किसी भी अध्यापक की तरक्की न रुके। उन्होंने कहा कि अध्यापकों की लंबित माँग पूरी करते हुए 4-9-14 नियम को लागू कर दिया गया है। इसके अलावा पहले जिन अध्यापकों का परख काल पूरा हो जाता है उसके परख काल को पूरा करने संबंधी तस्दीक का अधिकार अब स्कूल प्रमुख को ही दे दिया गया है, जिससे अध्यापकों को इसलिए भी मुख्य कार्यालय में बार बार चक्कर ना मारने पडऩे। 

श्रीमती चौधरी ने अध्यापकों को देश के  निर्माता और विद्यार्थियों को देश का भविष्य करार देते हुए कहा कि पंजाब सरकार इस पेशे का पूर्ण तौर पर सम्मान करती है। उन्होंने अध्यापक वर्ग से आह्वान किया कि वे बढिय़ा नतीजे देने के साथ-साथ विद्यार्थी के  व्यक्तित्व के निर्माण का काम भी पूरी तनदेही से करें, इसके लिए पंजाब सरकार उन्हें बनता मान और सत्कार देने में कोई ढील नहीं दिखाएगी। उन्होंने अध्यापकों को विश्वास दिलाया कि शिक्षा विभाग में सारा काम पारदर्शिता से किया जा रहा है और विभाग को बहुत ही बढिय़ा अधिकारियों की टीम चला रही है। विभाग को और बेहतर करने के लिए उन्होंने अध्यापकों से सुझाव भी माँगे।

समागम को संबोधन करते हुए सीनियर कांग्रेसी नेता श्रीमती सतविन्दर कौर बिट्टी ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में शिक्षा, सेहत, बुनियादी सुविधाएं और संस्कृति की संभाल के लिए बहुत बड़े स्तर पर काम कर रही है। जिसके लिए पंजाब के लोग हमेशा पंजाब सरकार के ऋणी रहेंगे। उन्होंने इस अवसर पर विधान सभा क्षेत्र साहनेवाल की जरूरतों और शिक्षा सुधार से सम्बन्धित कई मसले कैबिनेट मंत्री के साथ सांझे किये। इस मौके उत्तम अध्यापकों और होनहार विद्यार्थियों का भी विशेष तौर पर सम्मान किया गया। 

इस मौके जिला शिक्षा अफसर (सैकेंड्री) श्रीमती सवरनजीत कौर, उप जिला शिक्षा अफसर श्रीमती डिम्पल मदान, यूनियन के राज्य वित्त सचिव स. जगजीत सिंह, जिला प्रधान स. धरमजीत सिंह ढिल्लों, मास्टर जसविन्दर सिंह जस्सी और बड़ी संख्या में अध्यापक उपस्थित रहे। 

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