Friday 18 August 2017

*अमिट छाप छोड़ गया आधारशिला स्कूल में आयोजित स्वतंत्रता दिवस व जन्माष्टमी का कार्यक्रम* *कार्यक्रम देखने आए लोगों का उमड़ा सैलाब*

आधारशिला प्ले वे कॉन्वेंट स्कूल में आयोजित स्वतंत्रता दिवस व जन्माष्टमी का कार्यक्रम कई सालों तक याद रखा जाएगा। पहली बार अबोहर के इतिहास में ऐसा कार्यक्रम पेश किया गया  जिसने देखने आए हजारों की तादाद में अभिभावकों एवं मेहमानों को दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया गया! कार्यक्रम देखने आए मेहमानों एवं अभिभावकों का सैलाब किसी मेले से कम नहीं था। विद्यार्थियों ने भारत के इतिहास एवं भगवान् श्री कृष्ण जीवनी से संबंधित झलकियां, झांकियां व प्रदर्शनी, प्रस्तुत कर अपनी कला का जौहर दिखाया। *भगवान श्री कृष्ण के जन्म से लेकर माखन चुराना, मिट्टी खाना, नंदगांव, गीता उपदेश, दशावतार रासलीला, राधा कृष्णा, सुदामा व उनके मित्र, मीरा की भक्ति तक और 1857 ईसवीं का विद्रोह, जलिया वाले बाग का दृश्य, भारत छोड़ो आंदोलन, असहयोग आंदोलन, समाज सुधारकों का वर्णन, आजाद भारत, भारत की समस्याएं एवं भारत का संविधान, राष्ट्रीय चिन्ह, देश की आज तक की उपलब्धियां, प्रथम राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री* से संबंधित विद्यार्थियों द्वारा पेश की गई झलकियां, झांकियां व प्रदर्शनियां देखने आए हुए सभी मेहमानो की आंखें खुली की खुली रह गयी! जहां बच्चों ने गोपाला आला- रे,  कृष्णा-कृष्णा, पर डांस करके उपस्थिति का मन मोहा वही नेहरू स्टेडियम में स्कूल के विद्यार्थियों ने *मां तुझे सलाम* देशभक्ति के गाने पर नृत्य करके देश के प्रति अपना सम्मान व प्यार जाहिर किया और स्टेडियम में बैठे हुए लोगों को तालियां मारने पर मजबूर कर दिया। इस उपलक्ष्य में स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा परेड पेश की गई। इस शुभ अवसर पर स्कूल द्वारा आमंत्रित भंगड़े की टीम ने अपनी कला के जौहर दिखाएं और उपस्थिति का दिल बहलाया। स्कूल में की गई भव्य सजावट व विद्युत सज्जा देखने लायक थी। स्कूल के हर कोने से देशभक्ती व कृष्ण जीवनी की महक आ रही थी। अभिभावकों ने अपने विचार देते हुए कहा कि ऐसा कार्यक्रम उन्होंने पहले कभी नहीं देखा। यह एक नायाब कार्यक्रम था! कार्यक्रम की सफलता के बाद प्रिंसिपल  राजीव गुप्ता ने सभी अध्यापकों का आभार व्यक्त किया और अभिभावकों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद किया तथा बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि बच्चों में प्रारम्भ से देशभक्ति की भावना विकसित करने के लिए एेसे कार्यक्रम बहुत जरूरी हैं।

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