Monday 10 July 2017

*अब का सावन*

इस बार सावन का महीना भक्तों के लिए दशकों बाद ऐसा संयोग लेकर आ रहा है, जब इसका पहला दिन
सोमवार होगा और सावन का अंतिम दिन भी सोमवार होगा। सावन का पहला दिन ही सोमवार होने से कई गुना महत्व बढ़ गया है। रोजगार में तरक्की, आय में वृद्धि, ज्ञान और कृषि के क्षेत्र में उन्नति की सम्भावनाएं प्रबल बन रहीं हैं। सावन के महीने की शुरुआत आगामी 10 जुलाई से हो रही है। श्रावण कृष्ण पक्ष प्रतिपदा के दिन सोमवार है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक एेसा संयोग कई दशक बाद बनता है। सावन का महीना महादेव की आराधना की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। 
आचार्य जी ने बताया कि सावन पुण्यकारी माह है, लेकिन इस वर्ष तिथि व वार के अद्भुत संयोग से पहले दिन से ही महादेव के भक्तों को व्रत कर पूजन का अवसर मिलेगा। जिसके कारण महादेव की विशेष कृपा भक्तों को मिलेगी। उन्होंने बताया कि सावन का महीना इस बार अनंत गुना पुण्य प्रदान करेगा। महादेव को सोमवार का दिन प्रिय है और इस दिन ही सावन माह का पहला दिन व अंतिम दिन सोमवार होने से महादेव के भक्तों के लिए उत्तम होगा।
हर मनोरथ पूर्ण करेंगे महादेव
श्रावण मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। इस माह में प्रत्येक सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति को समस्त सुखों की प्राप्ति होती है। श्रावण मास के विषय में प्रसिद्ध एक पौराणिक मान्यता के अनुसार श्रावण मास के सोमवार व्रत, जो व्यक्ति करता है, उसकी सभी इछाएं पूर्ण होती हैं। इन दिनों किया गया दान पुण्य एवं पूजन समस्त ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के समान फल देने वाला होता है। वैवाहिक जीवन की लम्बी आयु और संतान की सुख-समृद्धि के लिए मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है।
29 दिनों का है सावन
सावन माह 10 जुलाई से सात अगस्त तक रहेगा। इस बार सावन में पांच सोमवार हैं। पहला सोमवार 10 जुलाई, दूसरा सोमवार 17 जुलाई, तीसरा सोमवार 24 जुलाई, चौथा सोमवार 31 जुलाई व पांचवां व अंतिम दिन 7 अगस्त को है। तिथियों के घटने के कारण इस बार सावन का महीना 29 दिन का पड़ रहा है।

इसलिए अहम है 5 सोमवार
ज्योतिष शांतनु शास्त्री के अनुसार पांच अंक का अपना खास महत्व है। सभी अहम चीजों के साथ 5 का मेल है। शरीर में इंद्रियां भी 5 होती हैं। सावन के अंतिम सोमवार, सात अगस्त को रक्षाबंधन भी है। इस दिन सुबह 11.7 बजे तक भद्रा रहेगी। रात्रि 10.52 से चंद्र ग्रहण दिखना शुरू होगा,जो कि रात 12.22 बजे तक रहेगा। रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 11.7 बजे से दोपहर 1.50 तक रहेगा। 

Har Har Mahadev

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